भारतीय खिलाड़ियों पर कंगारू फैंस की नस्लीय टिप्पणी, CA ने चेताया

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने तीसरे टेस्ट मैच के दौरान भारतीय खिलाड़ियों के लिए नस्ली टिप्पणी किए जाने पर शुक्रवार को एमसीजी के दर्शकों के एक वर्ग को चेतावनी दी. ईएसपीएनक्रिकइन्फो के अनुसार सीए को तीसरे टेस्ट मैच के पहले दो दिन भारतीय खिलाड़ियों को निशाने पर रखकर की गई नस्ली टिप्पणियों की कई शिकायतें मिली है. वेबसाइट ने दावा किया है कि उसके पास इस तरह की घटनाओं की फुटेज है और उसने इसे CA को सौंप दिया है.

CA ने इसे विक्टोरिया पुलिस और स्टेडियम प्रबंधन को भेज दिया है. इसमें एमसीजी ग्रेट सदर्न स्टैंड के एक भाग में दर्शकों को ‘हमें अपना वीजा दिखाओ’ चिल्लाते हुए देखा जा सकता है. रिपोर्टों के अनुसार सीए ने दर्शकों से कहा है कि वह आपे में रहें नहीं तो उन्हें बाहर निकाला जा सकता है.

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सीए प्रवक्ता के हवाले से कहा गया है, ‘विक्टोरिया पुलिस और स्टेडियम का सुरक्षा विभाग स्टेडियम के इस भाग में दर्शकों के व्यवहार पर निगरानी रख रहे हैं और उनकी दर्शकों से कई बार बातचीत हुई तथा उनसे इस मैच स्थल के नियमों और शर्तों की याद दिलायी गई जो उचित व्यवहार से संबंधित हैं.’

पहली पारी में 82 रन बनाने वाले भारतीय कप्तान विराट कोहली की भी हूटिंग की गई. यहां तक कि ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर मिशेल मार्श को भी नहीं बख्शा गया, जिन्हें तीसरे टेस्ट मैच के लिए स्थानीय खिलाड़ी पीटर हैंड्सकांब की जगह टीम में लिया गया था.

एक्टर नसीरुद्दीन शाह ने इंडिया टुडे से ख़ास बातचीत में बयान पर उठे विवाद को लेकर एक बार फिर अपना पक्ष दोहराया. राजदीप सरदेसाई से बातचीत में नसीरुद्दीन ने अपने तमाम बयानों पर पर पक्ष रखा. उन्होंने साफ़ किया कि बयान के बाद जिस तरह सोशल मीडिया पर वो ट्रोल्स के निशाने पर आए हैं, इससे उन्हें रोका नहीं जा सकता. उन्होंने यह भी साफ़ किया कि वो डरे नहीं हैं, लेकिन उन्हें गुस्सा जरूर है.

एक्टर ने कहा, "मुझे अपने बयान पर खेद नहीं है. मैं ये भी नहीं कहता कि मुझे किया गया. मैं डरा नहीं हूं, लेकिन गुस्से में हूं. पहले मॉब लिंचिंग नहीं होती थी. आजकल ये चीजें हो रही हैं. मैं अपनी चिंता व्यक्त कर रहा हूं. मैं अपने बच्चों के लिए परेशान हूं. मैं बतौर मुस्लिम इंसिक्योर नहीं हूं."

बता दें कि एक्टर ने देश में धर्म और जाति के नाम पर बुलंदशहर का जिक्र करते हुए भीड़ की हिंसा पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि एक गाय की जान पुलिस अफसर से ज्यादा कीमती हो गई है. हमने (पत्नी रत्ना पाठक शाह) अपने बच्चों को धार्मिक तालीम नहीं दी है. मुझे डर लगता है कि अगर उनसे उनका धर्म पूछा गया तो वे क्या जवाब देंगे? समाज में बढ़ रही साम्प्रदायिकता पर अपनी बात के क्रम में ही उन्होंने ये भी कहा, समाज में इस तरह का जहर फ़ैल चुका है. मुझे मेरे बच्चों को लेकर चिंता होती है. इससे पहले एक्टर ने क्रिकेटर विराट कोहली के व्यवहार पर भी निशाना साधा था.

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