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Showing posts from March, 2019

न्यूयॉर्क की आसमान छूती इमारतों के बीच एक ख़ास पत्थर

बग़ावत की एक चिंगारी ही शोला बन जाती है. और अगर कोई बग़ावत कामयाब न भी हुई, तो वो तारीख़ के पन्नों में सुनहरे हर्फ़ों में दर्ज हो जाती है. ऐसी ही एक चिंगारी छुपी हुई है, बुलंद इमारतों के शहर न्यूयॉर्क में. यूं तो दुनिया न्यूयॉर्क को ऊंची-ऊंची इमारतों के लिए जानती है. आपको शहर का मुआयना करना है, तो सिर उठा कर चलना होगा. पर, बग़ावत की एक चिंगारी का दीदार करने के लिए आप को अर्श नहीं, फ़र्श की तरफ़ निहारना होगा. न्यूयॉर्क के ग्रीनविच विलेज में सड़कें बेतरतीब हैं. ख़ास तौर से यहां के 110 सेवेंथ एवेन्यू साउथ में कई सिम्त से आती सड़कें एक जगह मिलती हैं. पहली नज़र में ये न्यूयॉर्क की कोई आम सी जगह मालूम होती है. सड़कों से गुज़रती हुई टैक्सियां देख कर पता नहीं चलता कि यहां कोई ऐतिहासिक स्मारक भी हो सकता है. पास ही स्थित वन वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की बुलंद इमारत दिखती है. पास ही स्थित स्टारबक्स की दूसरी तरफ़ विलेज सिगार्स नाम की दुकान है. इसके सामने लगा है एक तिकोना पत्थर. हो सकता है कि यहां से गुज़रते हुए आपको इसकी मौजूदगी का पता ही न चले. स्याह-सफ़ेद टाइलों से बना ये स्मारक अलग सा तो नह

सेना के विशेषाधिकार के ख़िलाफ़ अपनी लड़ाई कश्मीर ले जाएँगी इरोम शर्मिला?

16 साल तक एक क़ानून के ख़िलाफ़ भूख हड़ताल पर रहनेवाली, 'मणिपुर की लौह महिला' इरोम शर्मिला ने, क्या अनशन तोड़ने के बाद अपनी लड़ाई छोड़ दी है? इतनी लंबी मियाद तक ज़िंदगी का एक मक़सद हो और वो मक़सद ज़िंदगी को एक कमरे की चारदीवारी तक सीमित कर दे, तो चारदीवारी से निकलने के बाद भी वो ज़हन से चिपका नहीं रह जाएगा? परेशान नहीं करेगा? सुबह-शाम की उबाऊ दिनचर्या के बीच अपनी याद नहीं दिलाएगा? मैं ऐसे बहुत से सवालों के साथ सुर्ख़ियों से गुम हो चुकी इरोम को ढूंढने निकली. पता चला कि इरोम अब मणिपुर में नहीं रहती. वहां उन्होंने जो राजनीतिक पार्टी बनाई उसके कार्यकर्ताओं के संपर्क में भी नहीं है. इरोम ने अपने बॉयफ़्रेंड, ब्रितानी नागरिक डेसमंड कूटिन्हो से शादी कर ली है. दोनों ने बैंगलोर में घर बसा लिया है. शहर के बाहरी इलाके में छोटी-छोटी सड़कों से होते हुए एक साधारण से अपार्टमेंट में उनके फ़्लैट में आख़िरकार मेरी इरोम से मुलाकात हुई. इरोम धीरे-धीरे बोलती हैं. अपना समय लेकर. कभी-कभी मुस्कुराती हैं. पर ज़्यादातर व़क्त भोंहे तनी रहती हैं. मानो अंदर ही अंदर लगातार कुछ कचोट रहा हो. कु

जम्मू एयरपोर्ट के पास मिली संदिग्ध वस्तु, मौके पर पहुंचा बम निरोधक दस्ता

जम्मू बस स्टैंड में बस पर गुरुवार को हुए ग्रेनेड हमले के बाद पूरे राज्य में अलर्ट है. इसी बीच जम्मू एयरपोर्ट के पास शुक्रवार को कुछ संदिग्ध वस्तु मिली. जिसके बाद वहां पुलिस जांच के लिए पहुंची. हालांकि, पुलिस की ओर से आए बयान में कहा गया है कि जो संदिग्ध वस्तु थी वह सिर्फ बैटरी ही थी, ऐसे में चिंता करने की बात नहीं है. पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है. संदिग्ध वस्तु की खबर मिलते ही मौके पर बम निरोधक दस्ता पहुंचा है, जो वहां पूरी जांच करेगा. दो लोगों की हुई थी मौत गौरतलब है कि गुरुवार को जम्मू के बस स्टैंड में खड़ी राज्य परिवहन की बस पर ग्रेनेड से हमला किया गया था. इस हमले में 2 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 30 से अधिक लोग घायल हुए थे. इस हमले के बाद से ही जम्मू शहर की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. गुरुवार को जैसे ही बस पर ग्रेनेड अटैक हुआ तब पुलिस ने बस स्टैंड के पास के पूरे इलाके को घेर लिया. साथ ही शहर में भी चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बढ़ा दी गई, पुलिस की ओर से आम लोगों को भी किसी तरह की संदिग्ध गतिविधि की सूचना देने के लिए कहा गया था. जम्मू बस स्टैंड पर गुरुवार को हुआ था धमाका (फ